Bitcoin एक ऐसा शब्द है जो पिछले कुछ सालों में काफी चर्चा में रहा है। ये एक इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन चुका है जो न केवल न्यूज बल्कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी काफी प्रचलित है। इसका इस्तमाल कर के लोग काफी तेजी से अच्छा पैसा कमा पा रहे है। अगर ये सब देख कर आपके मन में यह विचार आता है की Bitcoin ka Malik kaun hai तो आप बिल्कुल सही जगह पर है आज के लेख में इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे।
बिटकॉइन एक ऑनलाइन या डिजिटल पैसा है जिसे आप आपने हाथ में कभी नहीं देख सकते मगर फिर भी बिटकॉइन इतना प्रचलित है इस वजह से Bitcoin ka Malik kaun hai यह जानना आवश्यक हो जाता है इस प्रश्न का जवाब ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं।

बिटकॉइन क्या है?
इससे पहले कि आप बिटकॉइन के मालिक के बारे में जाने की यह आवश्यक है कि आप बिटकॉइन क्या है और वह कैसे काम करता है को अच्छे से समझे। आपको बता दें कि बिटकॉइन एक किस्म का पैसा होता है जो ऑनलाइन मौजूद है अर्थात इस पैसे को आप छू कर नहीं देख सकते केवल अपने मोबाइल या किसी यंत्र में ऑनलाइन देख सकते हैं।
यह एक ऐसा पैसा है जिसे आप देकर कुछ भी खरीद सकते हैं मगर बिटकॉइन आज हर जगह आम पैसे की तरह इस्तेमाल नहीं किया जाता इस वजह से इसे समझना जरा मुश्किल है। यह एक डिजिटल करेंसी है जो आपके सभी पैसों को ऑनलाइन रखता है।
Bitcoin ka Malik kaun hai?
बिटकॉइन को समझना आवश्यक है अगर हम इसके इतिहास की बात करें तो बिटकॉइन की शुरुआत आज से कई साल पहले 2009 में जापान के एक अनजान व्यक्ति सतोशी नाकामोतो द्वारा शुरू की गई थी। वह व्यक्ति जापान का रहने वाला था वह क्या करता था और उसने क्यों इंटरनेट में एक पैसे को सबसे इंट्रोड्यूस करवाया इस संबंध में कोई सही और विस्तार पूर्वक जानकारी हमारे समक्ष मौजूद नहीं है।
केवल इतना पता है कि हम जिस भी पैसे का इस्तेमाल करते है उसे सरकार द्वारा काबू किया जाता है मगर इससे विभिन्न प्रकार की परेशानियां भी होती हैं जिसका समाधान करते हुए सतोशी नाकामोतो ने 2009 में सबके समक्ष एक बिटकॉइन नाम की ऑनलाइन करेंसी लेकर आए। ऑनलाइन करेंसी में उन्होंने दावा किया कि इसका कोई एक मालिक नहीं है अर्थात अलग-अलग देश का अलग-अलग पैसा होता है जिसे देश में कहीं रखा जाता है और लोग इस पैसे का इस्तेमाल उस देश में विभिन्न प्रकार के समान और सुविधा को खरीदने के लिए करते हैं।
सबसे बड़ी परेशानी होती है यह पूरा पैसा किसी एक खास समुदाय या सरकार के काबू में रहता है। इसी चीज का बदलाव करते हुए बिटकॉइन का खोज किया गया इसमें आपने पहला ट्रांजैक्शन किसे किया इसे नोट किया गया और जैसे-जैसे बिटकॉइन का लोग इस्तेमाल करते गए वह सभी ट्रांजैक्शन आईडी एक कागज पर लिखकर उसे सिक्योर कर दिया गया। ऐसा करने से बिटकॉइन ना एक सुरक्षित तरीका बन गया पैसे के लेनदेन करने का साथ ही इसकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि कोई भी व्यक्ति बिटकॉइन को काबू नहीं करता था।
सरल शब्दों में कहें तो सतोशी नाकामोतो ने एक ऐसे सिस्टम का इजाद किया जो 21 मिलियन बिटकॉइन का याद करेगा जिस दिन 21 मिलियन बिटकॉइन इस दुनिया में आ जाएगी उसके बाद बिटकॉइन बनने की प्रक्रिया बंद कर दी जाएगी। एक और खासियत यह है कि बिटकॉइन की मांग अगर अधिक होगी तो बिटकॉइन ना बनने की प्रक्रिया धीरे हो जाएगी और अगर बिटकॉइन की मांग कम होगी तो बिटकॉइन बनने की प्रक्रिया बढ़ जाएगी जिस प्रकार बिटकॉइन की मांग लोगों के बीच तेजी से बढ़ रही है वह इस बात को दर्शाता है कि आप अभी कुछ सालों तक बिटकॉइन का उत्पादन कर पाएंगे मगर कुछ सालों बाद जब बिटकॉइन का उत्पात होना बंद हो जाएगा तब की परिस्थिति देखने लायक होगी।
मगर आपको बता दें कोई एक व्यक्ति सभी बिटकॉइन को नहीं खरीद सकता इसका सबसे मुख्य कारण बिटकॉइन की कीमत है बिटकॉइन की मांग इतनी तेजी से बढ़ी है कि इसकी कीमत आज करोड़ों में हो गई है।
बिटकॉइन कैसे काम करता है?
बिटकॉइन एक काफी बेहतरीन विकल्प बन चुका है पहले ट्रांजैक्शन से लेकर आज तक के ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड रखा है इस वजह से यह काफी सिक्योर है और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से इसे सिक्योर बनाया गया है। बिटकॉइन एक ऐसा सुरक्षित अलेन देना करने का यंत्र है जो सरकार या किसी भी संस्था या व्यक्ति के काबू में नहीं है। इसका सबसे बड़ा नुकसान यह भी है कि बिटकॉइन का आज आमतौर पर इस्तेमाल गलत चीजों में किया जा रहा है एक सर्वेक्षण से यह पता चलता है कि 80% गलत काम में पैसों का लेनदेन बिटकॉइन के जरिए किया जा रहा है।
बिटकॉइन कैसे काम करता है इस प्रक्रिया को समझने के लिए आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि बिटकॉइन में एक तरह का ऑनलाइन पैसा है उसे आप छू नहीं सकते। अब दूसरी बात ऐसे समझिए कि अगर आपको कोई काम करवाना है तो उस काम को करने के लिए अगर राम और सोहन जैसे दो व्यक्ति आते हैं और आप उनसे कहते हैं कि आपके काम को अगर सफलतापूर्वक खत्म किया गया तो आप उन दोनों को ₹10 देंगे।
दोनों व्यक्ति लगन से काम खत्म करते हैं और जब भी पैसा लेने आते हैं तब आप कहते हैं कि आपके पास ₹10 का नोट नहीं है इस वजह से ₹10 की चॉकलेट उन्हें दे देते है। और इस बात को एक कागज पर लिख देते हैं और उन दोनों से साइन करवा ले है। इसके बाद उस कागज का 24 xerox करवाया जाता है और सभी लोग एक एक जगह रख लेते हैं उस xerox उसमें किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जा सकता साथ ही उसे सुरक्षित रख दिया जाता है।
कुछ समय बाद अगर राम और सोहन आगे जाकर अपना कागज किसी दूसरे व्यक्ति को देते हैं एक ऐसी जगह पर जहां उन्हें ₹10 खर्चा करने की आवश्यकता है मगर इनके पास ₹10 ना होने के कारण यह अपने उस दस्तावेज को वह दे देते हैं और जिस जेरॉक्स पर आपका और राम के बारे में लिखा था वहां वे अपने साथ हुए ट्रांजैक्शन का नाम जोड़ देते हैं और दोबारा उस कागज को उसी सुरक्षित जगह रख देते हैं जहां वह रखा हुआ था।
अब जरा ध्यान से देखिए हर बार जब उस कागज में व्यक्ति का नाम लिखा जा रहा है तो वह कागज पहले से और ज्यादा कठिन बन रहा है जिस वजह से पैसा चुराना मुश्किल है अगर बीच में कहीं पैसा इधर उधर हो जाता है तो उस सूची को देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि अंत में ऐसा कहा था यही प्रक्रिया ब्लॉकचेन कहलाती है अब आप समझिए कि अगर इस प्रक्रिया का पालन करते हुए किसी जगह से पैसे निकल रहे हैं।
निष्कर्ष
उम्मीद करते हैं ऊपर दी गई सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ने के बाद बिटकॉइन क्या है कैसे काम करता है और बिटकॉइन का मालिक कौन है यह सब कुछ समझ पाए होंगे। बिटकॉइन का मालिक ना होने के बावजूद वह इतने सही तरीके से पूरे विश्व भर में चल पा रहा है अगर इस संदर्भ में आपके पास किसी प्रकार के प्रश्न या सुझाव है तो कमेंट में बताना ना भूले साथ ही इस लेख से अगर आपको बिटकॉइन को समझने में आसानी हुई है तो इस लेख को अपने मित्रों के साथ साझा अवश्य करें।
Pingback: Coinbase : क्या है डिजिटल मार्केटिंग, और कैसे काम करती है?
Pingback: nivesh karne ke liye sabse accha crypto - ये है सबसे अच्छा क्रीपटों
Pingback: Top 5 cryptocurrency - कौन सी है सबसे अच्छी Crypto Currency - 99 Hindi
Pingback: pi network kya hai - क्या होता है ये pi जिसके बारे मे पता होन चाहिए - 99 Hindi